गैब्रियल गार्सिया मार्खेज कोलंबिया के नोबल पुरस्कार प्राप्त लेखक थे जिनका विगत 17 अप्रैल 2014 निधन हो गया। स्पेनी भाषा में लिखने वाले मार्खेज के लेखन को जादुई यथार्थवाद के नाम से जाना जाता है पर जादुई शब्द का अर्थ यह नहीं है कि वह सचमुच किसी भ्रमजाल को खड़ा करते थे जैसा कि जादू शब्द से ध्वनित होता है। या वह जादू के नाम पर कौतुकपूर्ण गतिविधियों व क्षणिक मनोरंजन का सहारा लेते थे। इसका अर्थ यह था कि वह वास्तविकता को परिचित कराने के लिए यानी सत्य पर छाए भ्रमजाल को छिन्न-भिन्न करने के लिए अपने देश के लोकविश्वासों , अतिकथनों और जन मान्यताओं का प्रयोग करते थे। इसमें समय की एकरेखीय नहीं बल्कि चक्रीय प्रवृत्ति , घटनाओं का सृजनात्मक दोहराव , चरित्रों की हैरतअंगेज समानता या पहेलीनुमा वर्णनों का उपयोग करके भी जटिल यथार्थ को अभिव्यक्त किया जाता है। उनके लेखन को यथार्थवाद की अन्य श्रेणियों जैसे आलोचनात्मक यथार्थवाद , समाजवादी यथार्थवाद या आंचलिक यथार्थवाद के माध्यम से नहीं समझा जा सकता था और इसीलिए उसे जादुई यथार्थवाद के नाम से संबोधित किया गया। जादुई यथार्थवाद की अवधारणा में जादुई से ज
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